जनाकांक्षोओं के अनुरूप 2006 में स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग की स्थापना की गई। हिन्दी भाषा और साहित्य के ज्ञानअर्जन को लक्ष्य मानकर विभाग कार्यरत है। भारतीय भाषाओं की प्रतिनिधि और अग्रणी होने के कारण हिन्दी का दायित्व है कि वह सभी भाषा-साहित्य के अध्येताओं को एक मंच प्रदान करे। ऊर्जा नगरी कोरबा एक लघु भारत के समान है, जिसमें विभिन्न भाषाक्षेत्र के लोग निवास करते हैं। अतः उन समस्त भाषा-भाषियों को एक अखिल भारतीय साहित्य का साक्षात्कार कराना तथा राष्ट्रभाषा हिन्दी की मुख्य धारा में जोड़ना विभाग का लक्ष्य है।