1. विद्यार्थियों एवं उनके पालको को संस्कृत विषय से परिचित करना।
2. संस्कृत विषय में रोजगार के क्षेत्र एवं अवसरों के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करना।
3. संस्कृत विषय में अध्ययन-अध्यापन की सुविधा प्रदान करना।
4. महाविद्यालय के छात्रों में सदाचार, नैतिकता, भाई-चारा आदि गुणों का समावेश करना।